राजस्थान में धार्मिक स्थलों में अलग-अलग मान्यताएं हैं और मान्यताओं के साथ ही अलग-अलग त्योहार पर मेले भी लगते हैं. लेकिन आज हम दौसा जिले के सिकंदरा में स्थित गोपाल जी का मंदिर के बारे में आपको बता रहे हैं. यहां आने वाला हर भक्त खुश नजर आता है और मन से पूजा अर्चना भी करता है. यहां गोपाल जी भक्तों को परेशान नहीं होने देते हैं, ऐसा भी लोग दावा करते हैं. यह मंदिर सिकंदरा कस्बे में स्थित है. यहां पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भी श्रद्धालु पहुंचते हैं और सुबह-शाम विशेष पूजा अर्चना भी की जाती है.
पुलिस के सामने से निकले, लेकिन दिखाई नहीं दिए पंसारी
गोपाल जी मंदिर के पुजारी बताते हैं कि ठाकुरों के काल में करीब 400 वर्ष पूर्व मंदिर की स्थापना हुई थी. गोपाल जी की मूर्ति भी चमत्कारी है और आज भी चमत्कार दिखाती रहती है. पहले एक पंसारी परिवार के साथ चमत्कार हुआ है. वह प्रतिदिन गोपाल जी की पूजा करने के लिए मंदिर में आया करते थे और कई घंटे बैठकर लगातार पूजा किया करते थे. एक बार उन पर मुकदमा भी दर्ज हो गया, तो उन्हें पुलिस भी परेशान करने लगी.
गोपाल मंदिर के पुजारी ने लोकल18 को बताया कि पंसारी के खिलाफ किसी मामले में मुकदमा दर्ज हो गया था और पुलिस उन्हें ढूंढते हुए गोपाल मंदिर में भी आई. पुलिस के सामने ही पंसारी बैठकर भजन कर रहे थे, लेकिन पुलिस को दिखाई नहीं दिए. तब मंदिर में पंसारी को लोगों ने बताया कि तुम्हें पकड़ने के लिए पुलिस आई है. जब पंसारी भजन पूजा करने के बाद मंदिर से निकले, तो पुलिस के सामने से ही निकलकर चले गए, लेकिन पुलिस के जवानों को वह नहीं दिखाई दिए. दूसरे राज्य में यहां से दूर जाकर पुलिस से बच गए.
होली और जन्माष्टमी पर होता है आयोजन
गोपाल मंदिर के पुजारी आगे बताते हैं कि होली के त्योहार पर फागो उत्सव, तो जन्माष्टमी पर कृष्ण जन्म का उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ में मनाया जाता है. जन्माष्टमी के अगले दिन नवमी को यहां रथ यात्रा भी निकलती है, जिसमें आसपास के लोग शामिल होते हैं और बड़े उत्साह के साथ रथ यात्रा को निकालते हैं. सिकंदरा कश्मीर में स्थित गोपाल मंदिर में स्पेशल इस मिश्री का ही भोग लगता है, लेकिन अब भगत बर्फी मेवा मिश्री दूध लड्डू सहित अन्य प्रसाद भी लेकर आने लगे हैं.